प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविन ग्लोबल कॉनक्लेव को संबोधित किया। इस कॉनक्लेव में प्रधानमंत्री ने कोविन पोर्टल और ऐप को ओपन सोर्स करने का ऐलान किया। यानी, यह सॉफ्टवेयर दुनिया के बाकी देश भी फ्री में इस्तेमाल कर सकेंगे। दुनिया भर के हेल्थ और टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स ने इस कॉनक्लेव में हिस्सा लिया।
कॉनक्लेव के पहले ही नेशनल हेल्थ अथॉरटी के CEO डॉक्टर आरएस शर्मा ने बताया था कि कनाडा, मैक्सिको, पनामा, पेरू, अजरबेजान, नाइजीरिया, युगांडा, वियतनाम, इराक, डोमिनिकन रिपब्लिक, यूक्रेन, यूएई समेत करीब 50 देशों ने कोविन प्लेटफॉर्म के लिए अपनी रुचि दिखाई है। पिछले कुछ दिनों में कोविन ऐप में कई बदलाव हुए हैं। जिससे आपको कई नई सहूलियतें मिलेंगी।
आखिर कोविन क्या है? इसकी क्या खासियत है? आम लोगों के लिए इसमें क्या है? इसके जरिए आप क्या-क्या कर सकते हैं? नए बदलावों से क्या बदलेगा? आइए जानते हैं...
देश में वैक्सीनेशन के लिए एक मैनेजमेंट सिस्टम है। इसमें आपको वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन से लेकर वैक्सीन लगवाने के बाद सर्टिफिकेट तक मिलता है। इसके साथ ही आप कोविन डैशबोर्ड पर ये देख सकते हैं कि किस शहर, राज्य में कितना वैक्सीनेशन हुआ है। कहां वैक्सीन लगवाने के लिए कितने रजिस्ट्रेशन हुए हैं। अब तक किस दिन कितने वैक्सीन डोज लगाए गए हैं।
तकनीकी भाषा में कहें तो ये सरकार का इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क का अपग्रेडेड वर्जन है। इसका फुल फॉर्म ‘कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस वर्क’ है। इसे केंद्र सरकार द्वारा जनवरी में तब लॉन्च किया गया था जब कोरोना संक्रमण के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान शुरू होने जा रहा था।
इसके जरिए वैक्सीनेशन प्रोग्राम को आसानी से मॉनीटर किया जा सकता है। कोविन एक क्लाउड बेस्ड ऐप है। ये ऐप सरकार को न सिर्फ इस महाअभियान के कोऑर्डिनेशन में मदद करता है बल्कि, वैक्सीनेशन अभियान का रियल टाइम डेटा भी उपलब्ध करता है। इतना ही नहीं वैक्सीनेशन अभियान में लगे अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए कोविन का एक अलग ऐप भी है।
इससे आम यूजर वैक्सीन लगवाने के लिए स्लॉट बुक कर सकता है। वैक्सीन के दोनों डोज लगने के बाद वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट भी यहीं से डाउनलोड कर सकते हैं। सर्टिफिकेट में कोई गलती हो तो उसे एडिट कर सकते हैं। पासपोर्ट को वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट से लिंक कर सकते हैं।
कोविन पोर्टल या ऐप पर स्लॉट बुक करने के लिए पहले आपको अपने मोबाइल नंबर को वैरिफाई करना होगा। मोबाइल नंबर वैरिफाई होने के बाद आपको किसी वैलिड आईडी नंबर (आधार, ड्राइविंग लाइसेंस आदि) से खुद को रजिस्टर करना होगा।
आप चाहें तो अपने नंबर पर परिवार के तीन और लोगों का भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इसके बाद आप कोविन पोर्टल पर वैक्सीनेशन सेंटर सर्च कर सकते हैं। इसके लिए आप अपने पिन कोड या राज्य और शहर को चुनकर अपने आसपास के सेंटर्स और वहां मौजूद वैक्सीन के स्लॉट पता कर सकते हैं।
कोविन ऐप और पोर्टल से आप वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट भी डाउनलोड कर सकते हैं। जहां भी वैक्सीनेशन का प्रूफ दिखाने की जरूरत हो वहां आप इस सर्टिफिकेट को दिखा सकते हैं। अगर आपके वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट में नाम, उम्र, जेंडर जैसी कोई जानकारी गलत हो गई है तो कोविन से आप इसे सही कर सकते हैं। अगर ये सर्टिफिकेट आपके पास है तो यात्रा के दौरान आपको कोई परेशानी नहीं होगी।
कोविन पोर्टल पर जाकर आप आसानी से वैक्सीन सर्टिफिकेट को अपने पासपोर्ट के साथ लिंक कर सकते हैं। जिससे यात्रा के दौरान कोई परेशानी नहीं हो। अगर आपके पासपोर्ट की डीटेल और वैक्सीन सर्टिफिकेट की डीटेल मैच नहीं कर रही हो तो आप वैक्सीन सर्टिफिकेट की डीटेल को एडिट कर सकते हैं। इसके लिए आपको कोविन पोर्टल के सपोर्ट ऑप्शन पर जाना होगा। यहां आपको सर्टिफिकेट करेक्शन का ऑप्शन मिलेगा।
ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने वैक्सीन की दो डोज लगवाने के लिए दो अलग-अलग मोबाइल नंबर से रजिस्ट्रेशन कराया है। इसके कारण उन्हें दो अलग-अलग वैक्सीन सर्टिफिकेट जारी हो रहे हैं। वो चाहें तो अपने दोनों सर्टिफिकेट को कोविन पोर्टल पर जाकर एक नंबर पर मर्ज कर सकते हैं। इसके लिए आपको पोर्टल के रेज एन ईश्यू ऑप्शन पर जाना होगा। वहां जाकर मर्ज मल्टिपल फर्ट्स डोज प्रोविजनल सर्टिफिकेट ऑप्शन को सिलेक्ट करना होगा। इसके बाद आपको सभी स्टेप्स को फॉलो करके फाइनल वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पा सकते हैं।
वैक्सीनेशन के बाद अगर आपको कोई साइडइफेक्ट होता है तो आप सरकार के हेल्पलाइन नंबर +91-11-23978046 (Toll free - 1075) पर संपर्क कर सकते हैं। टेक्निकल हेल्प के लिए आप 0120-4473222 पर संपर्क कर सकते हैं। आप चाहें तो support@cowin.gov.in पर मेल भी कर सकते हैं। इसके साथ ही आप ने जिस सेंटर से वैक्सीन लगवाई थी वहां जाकर भी सलाह ले सकते हैं।
आपको मिला वैक्सीन सर्टिफिकेट सही है या फर्जी ये भी आप CoWIN से पता कर सकते हैं। इसके लिए आपको CoWIN के प्लेटफॉर्म्स ऑप्शन पर जाना होगा। इसमें आपको वैरीफाई सर्टिफिकेट ऑप्शन मिलेगा। वैरीफाई सर्टिफिकेट पर क्लिक करने पर क्यूआर कोड स्कैन करने का ऑप्शन आएगा। इसे क्लिक करके आपके डिवाइस के कैमरे के सामने आपको सर्टिफिकेट पर बने क्यूआर को दिखाना होगा। ऐसा करते ही आपके सिस्टम पर आपकी डीटेल आ जाएगी। अगर सर्टिफिकेट फर्जी है तो “Certificate Invalid” लिखा हुआ शो करने लगेगा।
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